सहकारी समितियों का धान बेचने का बड़ा खेल उजागर, ट्रक ड्राइवर और ढाबा मालिक पर लगे गंभीर आरोप
गरियाबंद_सहकारी समितियों से जुड़े धान और उठाव कर रहे ट्रक के डीजल की हेराफेरी का बड़ा मामला उजागर हुआ है। ट्रक ड्राइवरों और ढाबा मालिकों की मिलीभगत से यह खेल सालों से चल रहा था। जानकारी के अनुसार, कोयबा स्थित एक ढाबे में ट्रक ड्राइवरों के द्वारा सहकारी समितियों का धान बेचा जा रहा था। अमलीपदर सहकारी समिति और गोहरापदर (मैनपुर) से जुड़े धान की बोरी ढाबा मालिक के घर से बरामद की गई हैं।
इस पूरे मामले का खुलासा मैनपुर की एएफओ कुसुम लता ने किया, जिन्होंने छापेमारी कर कुल 15 बोरी धान और 25 लीटर डीजल जब्त किए।
आरोपों की गंभीरताजानकारी के अनुसार, ट्रक ड्राइवर न केवल सहकारी समितियों का धान बेच रहे थे, बल्कि ट्रक के डीजल को भी निकालकर बेचा जा रहा था। ढाबा मालिक ने इस खेल के लिए पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था और तिरपाल से ढंका डंपिंग क्षेत्र तैयार किया था, जहां ट्रक ड्राइवर धान की बोरियां खाली कर देते थे।
आगे की कार्रवाईछापेमारी के बाद जब्त धान को कोयबा के सहकारी समिति में सुपुर्द किया गया है। इस पूरे खेल में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
एएफओ मैनपुर कुसुम लता का बयान
"हमने ढाबे पर छापा मारकर धान की बोरियां और डीजल जब्त की हैं। यह मामला गंभीर है और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी,"










