गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद
देवभोग_छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ के आह्वान पर आज से पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन महाबंद चक्काजाम की शुरुआत हो गई है। अपनी 10 प्रमुख मांगों को लेकर ड्राइवर संघ ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है।
सुबह से ही नेशनल हाईवे 130-C (डोहेल के पास) बड़ी संख्या में ट्रक, बस और मालवाहक वाहन खड़े नजर आए। हजारों ड्राइवर एकजुट होकर सड़कों पर उतरे हैं और सरकार से अपनी मांगों को तत्काल पूरा करने की अपील कर रहे हैं।
महासंघ की प्रमुख मांगें —
ड्राइवर महासंगठन की 10 प्रमुख मांगें
1. संपूर्ण छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराब बंदी।
2. छत्तीसगढ़ राज्य में ड्राईवर वेलफेयर बोर्ड का गठन।
3. ड्राईवर के लिये सुरक्षा कानून हेतु ड्राईवर आयोग का गठन।
4. ड्राईवर की दुर्घटना में मृत्यु होने पर परिवार को 20 लाख रू. का मुआवजा ।
5. ड्राईवर की दुर्घटना में विकलांग होने पर परिवार को 10 लाख रू. का मुआवजा ।
6. 1 सितम्बर को ड्राईवर दिवस घोषित किया जाये।
7. ड्राईवरों के बच्चों को निजी स्कूलों में शिक्षा का आरक्षण।
8. ड्राईवरों के परिवार के लिये हेल्थ कार्ड जारी की जाये।
9. ड्राईवरों को 55 वर्ष उम्र पश्चात सरकार की तरफ से पेंशन राशि।
10. BSN की धारा 105 (दो) [10 साल की सजा और 8 हजार रूपये जुर्माना] कानून को हटाया जाये।
ड्राइवर महासंघ ने साफ कहा है कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर लिखित आश्वासन नहीं देती, तब तक संपूर्ण परिवहन व्यवस्था ठप रहेगी।
“आज स्टेरिंग नहीं थामेंगे ड्राइवर, जब तक हक नहीं मिलेगा तब तक सड़क पर रहेंगे,” — यह नारा पूरे चक्काजाम स्थल पर गूंज रहा है।
इस आंदोलन के कारण गरियाबंद से होते हुए कई जिलों में यातायात प्रभावित है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और पुलिस बल को तैनात किया गया है।











