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ओडिशा से आया अवैध धान! धनौरा में मैनपुर एसडीएम की दबिश, 300 पैकेट जप्त

गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद 

गरियाबंद जिले के अमलीपदर क्षेत्र के धनौरा गांव में अवैध धान डंपिंग पर मैनपुर एसडीएम डॉ. तुलसीदास मरकाम ने बड़ी कार्रवाई की है। सीमावर्ती क्षेत्रों के औचक निरीक्षण के दौरान एसडीएम को सूचना मिली कि ग्राम धनौरा निवासी गुच्चु उर्फ गया राम यादव पिता मोहन यादव के घर बड़ी मात्रा में धान अवैध रूप से संग्रहित किया गया है।

सूचना की पुष्टि के बाद एसडीएम मरकाम ने अपनी टीम के साथ मौके पर दबिश दी, जहां लगभग 300 पैकेट धान डंप पाए गए। जब किसान से धान के वैध दस्तावेज मांगे गए तो वह कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सका। तस्दीक के बाद एसडीएम ने अवैध पाए गए धान को आगामी आदेश तक जप्त करते हुए पंचनामा तैयार कर शर्तों के साथ सुपुर्द किया।

जांच के दौरान किसान ने बचने के लिए धान को गांव के ही महादेव नामक व्यक्ति का बताया, लेकिन जब प्रशासन ने महादेव से पूछताछ की तो उसने स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया। किसान के गोलमोल जवाबों के चलते धान का अवैध रूप से डंप किया जाना प्रमाणित हुआ।

फिलहाल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने में अभी करीब एक माह का समय बाकी है, लेकिन इस बीच ओडिशा से अवैध धान की आवक और डंपिंग का सिलसिला जारी है। कुछ दिन पहले अमलीपदर तहसीलदार सुशील कुमार भोई ने भी अवैध धान परिवहन पर कार्रवाई कर एक पिकअप जब्त की थी।

लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से धान कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है, हालांकि सीमावर्ती इलाकों में ओडिशा का अवैध धान आना अब भी जारी है। प्रशासन ने ऐसे मामलों पर सख्ती जारी रखने के संकेत दिए हैं।

एसडीएम डॉ. तुलसीदास मरकाम ने कहा 

“सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध रूप से धान डंप किए जाने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। मौके पर जांच में लगभग 300 पैकेट धान बिना वैध दस्तावेज के पाए गए, जिसे हमने जप्त किया है। किसानों से अपील है कि वे वैध रूप से खरीदी केंद्रों में ही धान बेचें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”