गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद
देवभोग_देवभोग थाना क्षेत्र अंतर्गत उरमाल में आज शनिवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को हिला कर रख दिया। सरगीगुड़ा मार्ग पर नहर के पास दो बाइकों की आमने-सामने भीषण टक्कर हुई। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों बाइकें छिन्न-भिन्न हो गईं और सवार खून से लथपथ होकर सड़क पर बिखर गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर के बाद ऐसा मंजर था जैसे कोई बड़ा धमाका हुआ हो। लोग घरों से दौड़कर बाहर निकले और सड़क पर घायलों की चीख-पुकार सुनकर हर किसी का दिल कांप उठा। चार लोग इस हादसे में घायल हुए हैं, जिनमें से एक युवक की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
सिर के पिछले हिस्से में गंभीर चोट, खून बहता रहा… रेफर किया गया
सबसे गंभीर रूप से घायल युवक के सिर के पिछले हिस्से में गहरी चोट लगी है। अधिक खून बहने से उसकी हालत बिगड़ती गई। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे तत्काल रेफर कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक, चोट इतनी गंभीर है कि समय पर उचित इलाज नहीं मिलने पर स्थिति और बिगड़ सकती थी।
75 वर्षीय वृद्धा के टूटे घुटने, दर्द से कराह उठी 'माई'
इस हादसे में एक वृद्ध महिला केकराजोर की है,जिनकी उम्र लगभग 75 साल बताई जा रही है, को भीषण चोट लगी है। उनके घुटने की चोंट लग गई है। वह दर्द से तड़पती रहीं, और जब उन्हें स्ट्रेचर पर चढ़ाया जा रहा था तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा— "बच ले बेटा… बहुत दुख होए हे…"
रविशंकर कश्यप के होठ के नीचे गहरा जख्म, लगातार बह रहा खून
एक अन्य घायल युवक रविशंकर कश्यप को होठ के नीचे गंभीर चोट लगी है। खून रुकने का नाम नहीं ले रहा था। स्थानीय युवाओं की मदद से उसे प्राथमिक इलाज दिया गया, और डॉक्टरों ने उसका उपचार शुरू कर दिया है।
अफरा-तफरी का माहौल, चीख-पुकार से दहला इलाका
हादसे के तुरंत बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। लोग घटनास्थल की ओर दौड़े। कुछ बाइक सवार वहीं गिर पड़े, जबकि कुछ मदद के लिए चीखने लगे। आसपास के ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। देवभोग थाना की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घायलों को 108 और निजी वाहनों से उपस्वास्थ्य केंद्र उरमाल भेजा गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उरमाल में घायलों का इलाज जारी
घायलों का इलाज उरमाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि समय पर प्राथमिक चिकित्सा देने के कारण बाकी तीनों की स्थिति फिलहाल स्थिर है। गंभीर घायल युवक कोस्वास्थ्य आगे के इलाज के लिए जिला अस्पताल या रायपुर रेफर किया गया है।
स्थानीय प्रशासन से मांग: इस मोड़ पर लगनी चाहिए चेतावनी बोर्ड
यह हादसा एक बार फिर स्थानीय सड़क सुरक्षा की पोल खोल गया है। जिस स्थान पर यह दुर्घटना हुई, वहां न तो कोई स्पीड ब्रेकर है, न संकेतक बोर्ड। ग्रामीणों ने मांग की है कि नहर के पास वाले इस मोड़ पर चेतावनी बोर्ड और स्पीड ब्रेकर लगाना अनिवार्य है, ताकि भविष्य में ऐसा कोई हादसा दोबारा न हो।










