गरियाबंद_प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में अनियमितता सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। अपूर्ण आवासों को पूर्ण दिखाने वाले आवास मित्रों और रोजगार सहायक की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।
जिला स्तरीय टीम ने किया निरीक्षण—सामने आई गड़बड़ी
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत गरियाबंद के निर्देश पर जिला स्तरीय टीम ने खजूरपदर, उसरीजोर, सरईपानी, नवापारा, बजाड़ी, मुचबहाल और धोबनमाल में आवासों की वास्तविक स्थिति की जांच की। निरीक्षण में पाया गया कि कई आवास वास्तव में अपूर्ण थे, लेकिन उन्हें जियोटैग कर पूर्ण दिखा दिया गया था
कार्रवाई शुरू—नोटिस जारी, जवाब असंतोषजनक
प्रारंभिक जांच के बाद सरईपानी, नवापारा, बजाड़ी और मुचबहाल के आवास मित्रों तथा धोबनमाल के रोजगार सहायक को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए। स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाए जाने पर सभी की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।
अधिक अधिकारियों पर भी कार्रवाई—निगरानी और कड़ी
योजना की मॉनिटरिंग में लापरवाही पाए जाने पर—मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत मैनपुर,विकासखंड समन्वयक, पीएम आवास योजना (ग्रामीण),तकनीकी सहायक (मनरेगा),सरईपानी, नवापारा, बजाड़ी, मुचबहाल और धोबनमाल के सरपंच/सचिव को भी कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। साथ ही तकनीकी सहायक (PMAY-G) को बिना परीक्षण जियोटैग सत्यापित करने पर नोटिस मिला है।
प्रशासन की सख्त चेतावनी—अनियमितता बर्दाश्त नहीं
प्रशासन ने स्पष्ट कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में किसी भी तरह की अनियमितता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पात्र हितग्राहियों को वास्तविक लाभ मिले, इसके लिए निगरानी और भी सख्त की जाएगी।










