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उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व में शिकारियों पर बड़ी कार्रवाई सांभर के अवैध शिकार में 12 आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद 

गरियाबंद_उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र में वन्यप्राणी संरक्षण को लेकर एंटी-पोचिंग टीम को बड़ी सफलता मिली है। वन विभाग की टीम ने वन्यप्राणी सांभर के अवैध शिकार के मामले में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपी फिलहाल फरार बताए जा रहे हैं।

गोपनीय सूचना से खुला शिकारियों का राज

वन विभाग को पेट्रोलिंग के दौरान स्पाई कैमरा और गोपनीय सूचना के माध्यम से जानकारी मिली कि कुछ लोग ग्राम स्तर पर अवैध शिकार की योजना बना रहे हैं। सूचना के आधार पर निगरानी बढ़ाई गई और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी गई।

3–4 गांवों के लोग थे शिकार में शामिल

जांच में सामने आया कि शिकार की इस गतिविधि में आसपास के 3 से 4 गांवों के लोग शामिल थे। आरोपी आपस में मिलकर जंगल में प्रवेश करते, सांभर का शिकार करते और बाद में मांस को आपस में बांट लेते थे।

एक नर सांभर का किया गया अवैध शिकार

जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि दिनांक 11 दिसंबर 2025 को उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के कूल्हाड़ीघाट परिक्षेत्र में एक नर सांभर का अवैध रूप से शिकार किया गया। इसके बाद 12 दिसंबर को गांव उड़ीसा में मांस को आपस में बांटने की जानकारी मिली।

तलाशी में हथियार व मांस बरामद

वन विभाग की टीम ने परिक्षेत्र अधिकारी के नेतृत्व में आरोपियों के घरों की विधिवत तलाशी ली। तलाशी के दौरान सांभर का मांस, तीर-धनुष, फंदे, धारदार हथियार और शिकार में प्रयुक्त अन्य सामग्री बरामद की गई।

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज

सभी आरोपियों के विरुद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत वन अपराध पंजीबद्ध किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है।

अन्य आरोपियों की तलाश जारी

वन विभाग ने बताया कि इस मामले में कुछ आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश लगातार जारी है। टीम द्वारा संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।

अधिकारियों ने दी सख्त चेतावनी

वन अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि वन्यप्राणी शिकार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भविष्य में भी इस तरह की गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।