गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद
गरियाबंद_ कांग्रेस के नव-नियुक्त जिला अध्यक्ष सुखचंद बेसरा का आज राजिम विधानसभा क्षेत्र समेत पूरे जिले में जबरदस्त स्वागत हुआ।राजधानी से लेकर जिला कार्यालय तक उनके स्वागत में उत्साह देखते ही बन रहा था।इस पूरे कार्यक्रम में पूर्व विधायक अमितेश शुक्ल की अगुवानी ने सबका ध्यान आकर्षित किया।
राजिम से जिला मुख्यालय तक स्वागत का सिलसिला
कांग्रेस ने जिला अध्यक्ष के रूप में सुखचंद बेसरा को पहली बार गरियाबंद नगर आगमन पर भव्य तरीके से स्वागत किया।राजिम, कोपरा, पाण्डुका सहित जिला मुख्यालय तक काफिला गरिमा और उत्साह के साथ आगे बढ़ता गया।राजिम में पंडित श्यामा चरण को माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
अमितेश–बेसरा की ‘एकजुट’ मौजूदगी बनी चर्चा का विषय
स्वागत समारोह में पूर्व विधायक अमितेश शुक्ल और सुखचंद बेसरा की संयुक्त उपस्थिति कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही।अमितेश के समर्थकों ने दोनों नेताओं के समर्थन में जोरदार नारे लगाए। जिला मुख्यालय में पहुंचकर सुखचंद बेसरा ने अपने वरिष्ठ और कद्दावर नेता, प्रथम पंचायत मंत्री अमितेश शुक्ल से आशीर्वाद लिया।
दावेदारी हर सिपाही का हक, संगठन का निर्णय सर्वोपरि – सुखचंद बेसरा
सुखचंद बेसरा ने कहा—“दावेदारी हर सिपाही का हक था। संगठन ने मुझे जिम्मेदारी दी है, और अब सभी साथियों को साथ लेकर संगठन को मजबूत करना मेरा कर्तव्य है।” उन्होंने जिले के सभी वरिष्ठ नेताओं के प्रति आभार जताया और आशीर्वाद बनाए रखने की बात कही।
भवानी शुक्ल की दावेदारी के बीच अमितेश का संदेश— “निर्णय शिरोधार्य”
राजिम क्षेत्र के कद्दावर नेता अमितेश शुक्ल ने मंच से साफ कहा—“दावेदारी अलग विषय है, लेकिन संगठन का निर्णय शिरोधार्य है। हर कांग्रेसी का कर्तव्य है कि वह संगठन के निर्णय का सम्मान करे।” जिला अध्यक्ष की रेस में उनके पुत्र भवानी शुक्ल प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, ऐसे में उनकी गुट की नाराजगी की संभावनाएँ थीं, लेकिन आज समारोह में अमितेश की सक्रिय उपस्थिति और उनका स्पष्ट संदेश माहौल को एकजुटता की तरफ ले गया।
“संगठन के लिए सब मिलकर काम करें” – अमितेश की अपील
अमितेश ने अपने समर्थकों से भी आह्वान किया कि वे किसी प्रकार की गुटबाजी से ऊपर उठकर संगठन की मजबूती के लिए काम करें।
भीड़ और उत्साह से भरा आयोजन
कार्यक्रम का संचालन कांग्रेस महामंत्री ओंकार ठाकुर ने किया। जिले भर से भारी संख्या में कांग्रेसी नेता एवं कार्यकर्ता शामिल हुए और स्वागत समारोह को ऐतिहासिक बना दिया।











