गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद
देवभोग_गणेश चतुर्थी और नुआखाई पर्व के मद्देनज़र देवभोग प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गया है। संभावित संवेदनशील स्थितियों को देखते हुए SDM देवभोग और थाना प्रभारी ने संयुक्त रूप से शांति समिति एवं संवेदनशील ग्रामों के सरपंचों और कोटवारों की एक विशेष बैठक ली।
बैठक में ग्रामीण प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच लंबी चर्चा हुई। अधिकारियों ने साफ संदेश दिया कि धार्मिक आस्था और सामाजिक सद्भाव के बीच किसी भी तरह की खलल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्य बिंदु:
* गणेश चतुर्थी और नुआखाई पर्व के अवसर पर शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई।
* थाने से प्राप्त निर्देशों को गांव-गांव मुनादी के ज़रिये प्रचारित करने का आदेश दिया गया, ताकि हर नागरिक नियमों से अवगत रहे।
* सरपंचों और कोटवारों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई कि वे गांवों में माहौल पर कड़ी नज़र रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
* भीड़ नियंत्रण, जुलूस के मार्ग, और धार्मिक कार्यक्रमों में अनुशासन पर कड़ा ज़ोर दिया गया।
बैठक के दौरान SDM ने कहा – “पर्व आपसी भाईचारे और सद्भाव का प्रतीक हैं। किसी भी प्रकार की अफवाह या विवाद फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी ग्रामीण शांति बनाए रखते हुए त्योहार मनाएँ।”
वहीं थाना प्रभारी ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट या अफवाह फैलाना अपराध की श्रेणी में आएगा और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
इस बैठक में बड़ी संख्या में सरपंच, कोटवार और शांति समिति के सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने प्रशासन को भरोसा दिलाया कि वे शांति और भाईचारे का संदेश गांव-गांव तक पहुँचाएँगे।
पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च_
नुआखाई पर्व को शांति पूर्ण बनाने के लिए पुलिस ने भी अपनी सक्रियता दिखाई। देवभोग थाना प्रभारी फैजुल होदा के नेतृत्व में पुलिस ने बाइक रैली के माध्यम से संवेदनशील ग्रामों में फ्लैग मार्च निकाली और लोगों को सुरक्षित तरीके से पर्व मनाने का संदेश दिया।
देवभोग प्रशासन का साफ संदेश — पर्व में खलल डालने वालों की खैर नहीं, त्योहार मनाएँ खुशी और अमन के साथ।











