गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद
उधारी के पैसों के विवाद में युवक की निर्मम हत्या, शव को तालाब में फेंका गया – गरियाबंद पुलिस की बड़ी सफलता
गरियाबंद_ थाना राजिम पुलिस ने 48 घंटे के भीतर एक अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो अपचारी बालक भी शामिल हैं। मृतक की पहचान दुर्गेश साहू के रूप में हुई है, जिसकी लाश 30 अक्टूबर 2025 को लोधिया तालाब, राजिम में बरामद की गई थी।
शव मिलने की सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों ने थाना प्रभारी राजिम को जांच के निर्देश दिए। प्रारंभिक मर्ग जांच में हत्या का मामला सामने आने पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
साइबर सेल और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने संदेही देवेन्द्र धीवर उर्फ देव और थनेन्द्र साहू उर्फ भोलू सहित दो नाबालिगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। मनोवैज्ञानिक तरीके से की गई पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की वारदात कबूल की।
पैसों के लेनदेन में उतारा मौत के घाट
27 अक्टूबर 2025 की शाम को आरोपियों ने मृतक दुर्गेश साहू को लोधिया तालाब के पास बुलाया। वहां उधारी के पैसों को लेकर विवाद हुआ। जब दुर्गेश ने पैसे लौटाने से इनकार किया, तो आरोपियों ने गुस्से में आकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। पिटाई के दौरान जब दुर्गेश चिल्लाने लगा, तो देवेन्द्र धीवर ने पास में पड़ी पानी पाउच की बोरी उसके मुंह में ठूंस दी। इसके बाद सभी आरोपियों ने पत्थर से हमला कर उसकी हत्या कर दी। हत्या छिपाने के लिए शव को कपड़े से बांधकर और कमर में पत्थर लपेटकर तालाब में फेंक दिया।
गिरफ्तार आरोपी:
1️⃣ देवेन्द्र धीवर उर्फ देव, पिता शिवकुमार धीवर, उम्र 18 वर्ष 7 माह, निवासी वार्ड क्र. 06, थानापारा, राजिम।
2️⃣ थनेन्द्र साहू उर्फ भोलू, पिता स्व. सत्तूलाल साहू, उम्र 20 वर्ष, निवासी वार्ड क्र. 05, थानापारा, राजिम।
3️⃣ दो विधि से संघर्षरत बालक।
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने पर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।गरियाबंद पुलिस की तत्पर कार्रवाई और साइबर सेल की सक्रिय भूमिका से मामला सुलझा थाना राजिम पुलिस की यह कार्रवाई जिले में बढ़ते अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।








