गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद
गरियाबंद_ विधान सभा स्तरीय आत्मनिर्भर भारत सम्मेलन शुरू होने से पहले देवभोग में भाजपा नेता चमार सिंह पात्र को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। बताया जा रहा है कि सम्मेलन में वे जिला संगठन नियुक्तियों में हुई विसंगतियों और अनियमितताओं का मुद्दा उठाने वाले थे।
देवभोग के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी भाजपा नेता को प्रदेश स्तरीय पार्टी कार्यक्रम में शामिल होने से पहले रोका गया।
पूर्व जिला मंत्री एवं माली समाज के सक्रिय नेता चमार सिंह पात्र को पुलिस ने आयोजन शुरू होने से पहले ही थाने में बैठा लिया, ताकि कार्यक्रम में कोई विरोध या सवाल-जवाब की स्थिति न बने।
आयोजन में प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विभा अवस्थी, तथा कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त चंदूलाल साहू सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
भाजपा मंच के इर्द-गिर्द पूरे आयोजन के दौरान चर्चा का विषय बना रहा कि आखिर चमार सिंह को नजरबंद क्यों किया गया।
इस घटना के बाद पंडरा माली समाज में आक्रोश फैल गया। समाज के विरोध और हंगामे के बाद पुलिस ने चमार सिंह पात्र को रिहा किया और वे बाद में कार्यक्रम स्थल पर पहुँचे।
नजरबंद हुए भाजपा नेता चमार सिंह पात्र ने कहा —
“मैंने क्या गुनाह किया? मेरा कसूर बस इतना है कि संगठन में हुई गड़बड़ी को मैं अपने ही नेताओं के सामने रखना चाहता था। पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं को दरकिनार करना और आवाज उठाने से पहले पुलिस कस्टडी में भेज देना क्या उचित है?”
देवभोग के राजनीतिक गलियारों में यह घटना अब चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा बनी हुई है।












