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मैनपुर में पटवारियों का बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 18 पटवारियों की नवीन पदस्थापना

मैनपुर में पटवारियों का बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 18 पटवारियों की नवीन पदस्थापना

गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद 

गरियाबंद जिले के मैनपुर राजस्व अनुविभाग में प्रशासन ने पटवारियों के कार्यक्षेत्र में बड़ा बदलाव करते हुए 18 पटवारियों की नवीन पदस्थापना कर दी है। बुधवार देर शाम अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के निर्देश पर जारी इस आदेश से न सिर्फ तहसीलों में हलचल मच गई है बल्कि कई पटवारियों को वर्षों बाद अपना पटवारी हल्का छोड़ना पड़ा है।

पदस्थापना आदेश में क्या खास:

सभी बदलाव प्रशासनिक व्यवस्था को दुरुस्त करने और जनता को त्वरित राजस्व सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किए गए हैं।

मैनपुर तहसील के साथ-साथ देवभोग और नागरी क्षेत्र के पटवारियों को भी इधर-उधर किया गया है।

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार कुछ पटवारी लंबे समय से एक ही हल्के में पदस्थ थे, जिनका तबादला कर प्रशासन ने संकेत दिया है कि अब ‘एक जगह टिकने’ की परंपरा खत्म होगी।

आदेश में नवीन नियुक्त पटवारियों को जल्द कार्यभार ग्रहण कर एसडीओ राजस्व कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश हैं।

नई पदस्थापना सूची में वरिष्ठ और नवप्रशिक्षित पटवारियों का मिश्रण देखने को मिल रहा है, जिससे स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है।

जानकारों की राय: राजस्व विभाग के एक अनुभवी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया -  “यह फेरबदल पूरी तरह जनहित को ध्यान में रखते हुए किया गया है। लगातार शिकायतें आ रही थीं कि कुछ पटवारी अपने हल्के में सक्रिय नहीं हैं या किसानों को समय पर खतियान-नक़ल, नामांतरण, बंटवारा आदि की सेवाएं देने में टालमटोल कर रहे हैं। प्रशासन चाहता है कि अब हर हल्के में जिम्मेदारी का बोध रहे।”

ग्रामीणों की प्रतिक्रिया: ग्रामीणों का कहना है कि यदि नए पटवारी ईमानदारी से काम करें तो उन्हें राहत मिलेगी, क्योंकि वर्षों से अटकी नामांतरण और नक़ल की फाइलें अभी तक धूल खा रही थीं। वहीं कुछ लोगों ने यह भी आशंका जताई कि नए पटवारियों को क्षेत्र के भौगोलिक और सामाजिक परिस्थितियों को समझने में समय लग सकता है।

संभावित नई सूची (यदि आदेश आए तो):(यहाँ 18 पटवारियों के नाम और हल्का क्रमांक जोड़ें)

प्रशासन का संदेश:अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) ने स्पष्ट किया है कि कोई भी पटवारी 3 दिनों के भीतर नवीन पदस्थ स्थान पर योगदान नहीं देता है तो उसके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।