नयापारा प्राथमिक शाला में तीन साल से टेंट हाउस संचालित, एक कमरे में चल रही चार कक्षाएं
गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज़ डेस्क, गरियाबंद
देवभोग विकासखंड के नयापारा प्राथमिक शाला की दुर्दशा देखकर शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
पिछले तीन वर्षों से विद्यालय का अतिरिक्त कक्ष गांव के एक दबंग व्यक्ति के कब्जे में है, जिसने वहां अपना वीणा टेंट हाउस खोल रखा है।
हालात ऐसे हैं कि शिक्षक और विद्यार्थी एक ही कमरे में चार कक्षाओं की पढ़ाई करते हैं, जबकि कक्षा पांचवीं के विद्यार्थी बरगद के पेड़ के नीचे बैठने को मजबूर हैं।
तीन साल से कब्जा, गांव के लोग बोलने से डरते
गांव के नरेश नागेश नामक व्यक्ति ने वर्ष 2023 से स्कूल के अतिरिक्त कक्ष पर कब्जा कर रखा है।
कब्जा हटाने की बात पर वह दबंगई पर उतर आता है, जिससे गांववाले, सरपंच और जनप्रतिनिधि तक चुप हैं।
विद्यालय प्रबंधन ने कई बार ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) और पंचायत प्रतिनिधियों से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एक कमरे में चार कक्षाएं और स्टाफ रूम भी वहीं
विद्यालय में फिलहाल केवल एक छोटा कमरा बचा है, जिसमें कक्षा पहली से चौथी तक की पढ़ाई और शिक्षकों का कार्यालय दोनों चल रहे हैं।
विद्यालय में 34 विद्यार्थी पंजीकृत हैं, लेकिन जगह की कमी के कारण शिक्षण कार्य कठिन हो गया है।
शिक्षक किसी तरह समूह बनाकर बच्चों को पढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि उनकी पढ़ाई पूरी तरह बाधित न हो।
कक्षा पांचवीं की क्लास बरगद के नीचे
अतिरिक्त कक्ष पर कब्जा होने के कारण कक्षा पांचवीं के विद्यार्थियों की पढ़ाई पेड़ के नीचे हो रही है।
बरसात के दिनों में बच्चे बारिश, कीचड़ और आकाशीय बिजली के डर के बीच पढ़ाई करते हैं।
ग्रामीणों ने चिंता जताई है कि इस स्थिति में बच्चों की जान और भविष्य दोनों खतरे में हैं।
मरम्मत के लिए आया पैसा अटका, विभाग भी असहाय
शिक्षा विभाग ने वर्ष 2023-24 में ₹1.80 लाख की राशि अतिरिक्त कक्ष की मरम्मत के लिए स्वीकृत की थी।
संकुल समन्वयक आशुतोष अवस्थी ने कई बार काम शुरू करने की कोशिश की, लेकिन कब्जा नहीं हटने के कारण राशि अभी संकुल खाते में पड़ी है।
सूत्रों के मुताबिक, गांव के कुछ जनप्रतिनिधि कब्जाधारी के पक्ष में हैं, और अब भवन को जर्जर बताकर मरम्मत रुकवाने की कोशिश की जा रही है।
प्रधानपाठक ने तीन बार की शिकायत
प्रधानपाठक जयंती बघेल ने कब्जा हटाने के लिए अब तक तीन बार बीईओ को पत्र भेजा है।
उन्होंने लिखा कि विद्यालय में शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है और विद्यार्थियों के लिए अलग कक्ष की अत्यंत आवश्यकता है।
इसके बावजूद विभागीय स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
BEO बोले – कब्जा हटाने के निर्देश दिए जाएंगे
देवभोग के नवपदस्थ ब्लॉक शिक्षा अधिकारी योगेश पटेल ने बताया —
“मामले की जानकारी मिली है। जल्द ही जांच कराई जाएगी और नयापारा स्कूल के अतिरिक्त कक्ष को कब्जे से मुक्त कराया जाएगा। यदि आवश्यकता पड़ी तो पुलिस की मदद भी ली जाएगी।”
बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा दोनों पर संकट
नयापारा प्राथमिक शाला की यह स्थिति शिक्षा विभाग की लापरवाही का प्रतीक बन गई है।
जहां सरकारी योजनाओं में विद्यालयों के विकास पर करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं, वहीं देवभोग का यह स्कूल एक कमरे और एक पेड़ के नीचे शिक्षा देने को मजबूर है।








