खबर का बड़ा असर: “अकलवारा स्कूल में ‘फेल गेम’ का पर्दाफाश – प्रिंसिपल की कुर्सी गई”
गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक स्थित अकलवारा हाई स्कूल में प्रिंसिपल की मनमानी और छात्राओं के साथ गलत व्यवहार के खिलाफ उठी आवाज का बड़ा असर हुआ है। खबर चलने के कुछ ही घंटों के भीतर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए प्रिंसिपल जे.पी. वर्मा को पद से हटा दिया है।
क्या है पूरा मामला?
आज सुबह अकलवारा स्कूल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब आक्रोशित पालकों और छात्रों ने स्कूल गेट में ताला जड़कर जोरदार प्रदर्शन किया। आरोप था कि –
परीक्षा परिणाम में हेराफेरी कर पास हुए बच्चों को जानबूझकर फेल किया गया।*छात्राओं के साथ बेड टच (शारीरिक छेड़छाड़) जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए।
ग्रामीणों और पालकों ने स्पष्ट कहा कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी, स्कूल संचालन में कोई सहयोग नहीं देंगे। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही छुरा तहसीलदार और BEO मौके पर पहुंचे।
तत्काल कार्रवाई:
जांच और आक्रोश को देखते हुए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए –
जे.पी. वर्मा को प्रिंसिपल पद से तत्काल हटा दिया।*उन्हें विद्यालय से भी हटाने का निर्णय लिया गया।सुरेश कुमार वर्मा को नया प्रभारी प्रिंसिपल नियुक्त किया गया है।
कार्रवाई के बाद ही प्रदर्शनकारी माने और स्कूल गेट का ताला खोला गया, जिसके बाद पढ़ाई फिर से शुरू हो सकी।
पालकों की चेतावनी:
हालांकि पालकों ने चेतावनी दी है कि
“अगर प्रिंसिपल पर उच्च स्तरीय जांच कर सख्त कार्यवाही नहीं हुई, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। बच्चों के भविष्य के साथ किसी को खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
BEO और तहसीलदार ने प्रदर्शनकारियों को उचित जांच का भरोसा दिया है। फिलहाल पूरे गांव और क्षेत्र में यह मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है कि कैसे एक प्रिंसिपल की कथित मनमानी से बच्चों का भविष्य दांव पर लग गया था।








