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DEOBHOG NEWS बंद पुलिया खुली, पानी की टंकी पकड़ी रफ्तार... और हॉस्पिटल में खुद पहुँचे कलेक्टर!

गजानंद कश्यप छत्तीसगढ़ न्यूज डेस्क गरियाबंद 

जिस पुल पर कई महीनों से सन्नाटा पसरा था, उस पर आखिरकार लोगों की आवाज़ों ने जीत दर्ज की। सेंदमुड़ा की वह पुलिया जो बंद पड़ी थी, अब खुल चुकी है और इसका पूरा श्रेय जाता है वहां के जागरूक ग्रामीणों को, जिन्होंने अपनी आवाज़ इतनी बुलंद की कि कलेक्टर साहब तक सुनाई दी।

ग्रामीणों की मांग और आवाज़ को गंभीरता से लेते हुए गरियाबंद कलेक्टर ने तुरंत एक्शन लिया और बंद पुलिया को खोलने का आदेश दे दिया। अब सेंदमुड़ा के लोग राहत की सांस ले रहे हैं, क्योंकि यही पुलिया थी जो बारिश के दिनों में गांव की सांसें रोक देती थी।

लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती।

इसी दौरे में कलेक्टर साहब पहुंचे सुपेवेडा गांव, जहां पानी की समस्या से पूरा इलाका जूझ रहा है। अधूरी बनी पानी टंकी को देखकर उन्होंने मौके पर ही अफसरों की क्लास ली और साफ शब्दों में कहा टंकी अधूरी नहीं, अब पूरी होनी चाहिए  और वो भी तत्काल। और फिर आखिरी लेकिन सबसे संवेदनशील पड़ाव था सुपेवेडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण। इस हॉस्पिटल में पहले से इलाजरत हैं कई किडनी रोगी, जिनकी तकलीफें कभी फाइलों तक ही सिमटी थीं। कलेक्टर ने न केवल पूरे हॉस्पिटल का निरीक्षण किया, बल्कि वहां मौजूद मरीजों से सीधे संवाद भी किया। सूत्रों की मानें तो उन्होंने डॉक्टरों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी मरीज को इलाज में कोई दिक्कत न हो बीमारी से लड़ाई में सिस्टम बाधा नहीं, सहारा बनना चाहिए।

कह सकते हैं एक ही दौरे में पुल खुला, पानी बहा और प्रशासन ने दिखाया अपना मानवीय चेहरा।